सुकून मिलता है एक आसमां और जमीन यहीं एक सूरज और चांद यहीं खास रहने वाले हैं। सुकून मिलता है एक आसमां और जमीन यहीं एक सूरज और चांद यहीं खास रहने वाल...
करता हूँ आह्वान क्या कभी रोक पायेगा, इन्हें मेरा विधान ! आदिवासी छेत्रों में ज़मीन व अधिकार के... करता हूँ आह्वान क्या कभी रोक पायेगा, इन्हें मेरा विधान ! आदिवासी छेत्रों में...
यह कविता देश के उत्थान के बारे में है। यह कविता देश के उत्थान के बारे में है।
कक्षा , अखंडता , प्रेम, पैसा इसे खरीद नहीं सकता कक्षा , अखंडता , प्रेम, पैसा इसे खरीद नहीं सकता
कुछ तो बात है, जिसकी समझ, ना हमको ना तुमको आए, कुछ तो बात है, जिसकी समझ, ना हमको ना तुमको आए,
तू डर नहीं सकता, कभी तू मर नहीं सकता। दुश्मन तो तेरा बाल बांका, कर नहीं सकता।। तू डर नहीं सकता, कभी तू मर नहीं सकता। दुश्मन तो तेरा बाल बांका, कर नही...